विकिपीडिया:प्रमुखशब्दरूपाणि
पठन सेटिंग्स
अथात्र नूतनसदस्यानां साहाय्यार्थं प्रमुखानि शब्दरूपाणि दीयन्ते।
अकारान्तपुल्लिङ्गे
[सम्पादयतु]रामशब्दस्य रूपाणि | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमा | रामः | रामौ | रामाः |
द्वितीया | रामम् | रामौ | रामान् |
तृतीया | रामेण | रामाभ्याम् | रामैः |
चतुर्थी | रामाय | रामाभ्याम् | रामेभ्यः |
पञ्चमी | रामात् | रामाभ्याम् | रामेभ्यः |
षष्ठी | रामस्य | रामयोः | रामाणाम् |
सप्तमी | रामे | रामयोः | रामेषु |
सम्बोधनम् | हे राम | हे रामौ | हे रामाः |
अनेन विधिना येषां शब्दानां रूपाणि भवन्ति, तेषु प्रमुखाः अत्र सन्ति।
वेदः,देशः,कालः,लेखकः,देवः इत्यादयः।
आकारान्तस्त्रीलिङ्गे
[सम्पादयतु]बालिकाशब्दस्य रूपाणि | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमा | बालिका | बालिके | बालिकाः |
द्वितीया | बालिकाम् | बालिके | बालिकाः |
तृतीया | बालिकया | बालिकाभ्याम् | बालिकाभिः |
चतुर्थी | बालिकायै | बालिकाभ्याम् | बालिकाभ्यः |
पञ्चमी | बालिकायाः | बालिकाभ्याम् | बालिकाभ्यः |
षष्ठी | बालिकायाः | बालिकयोः | बालिकानाम् |
सप्तमी | बालिकायाम् | बालिकयोः | बालिकासु |
सम्बोधनम् | हे बालिके | हे बालिके | हे बालिकाः |
अनेन विधिना येषां शब्दानां रूपाणि भवन्ति, तेषु प्रमुखाः अत्र सन्ति।
दुर्गा, लता, योजना, भिक्षा, रमा, दशा इत्यादयः।
अकारान्तनपुंसकलिङ्गे
[सम्पादयतु]फलशब्दस्य रूपाणि | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमा | फलम् | फले | फलानि |
द्वितीया | फलम् | फले | फलानि |
तृतीया | फलेन | फलाभ्याम् | फलैः |
चतुर्थी | फलाय | फलाभ्याम् | फलेभ्यः |
पञ्चमी | फलात् | फलाभ्याम् | फलेभ्यः |
षष्ठी | फलस्य | फलयोः | फलानाम् |
सप्तमी | फले | फलयोः | फलेषु |
सम्बोधनम् | हे फल | हे फले | हे फलानि |
अनेन विधिना येषां शब्दानां रूपाणि भवन्ति, तेषु प्रमुखाः अत्र सन्ति।
ज्ञान, धन, राष्ट्र, लेखन, कार्य इत्यादयः।
इकारान्तपुल्लिङ्गे
[सम्पादयतु]मुनिशब्दस्य रूपाणि | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमा | मुनिः | मुनी | मुनयः |
द्वितीया | मुनिम् | मुनी | मुनीन् |
तृतीया | मुनिना | मुनिभ्याम् | मुनिभिः |
चतुर्थी | मुनये | मुनिभ्याम् | मुनिभ्यः |
पञ्चमी | मुनेः | मुनिभ्याम् | मुनिभ्यः |
षष्ठी | मुनेः | मुन्योः | मुनीनाम् |
सप्तमी | मुनौ | मुन्योः | मुनिषु |
सम्बोधनम् | हे मुने | हे मुनी | हे मुनयः |
अनेन विधिना येषां शब्दानां रूपाणि भवन्ति, तेषु प्रमुखाः अत्र सन्ति।
हरिः रविः शशिः इत्यादयः।
इकारान्तस्त्रीलिङ्गे
[सम्पादयतु]मतिशब्दस्य रूपाणि | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमा | मतिः | मती | मतयः |
द्वितीया | मतिम् | मती | मतीः |
तृतीया | मत्या | मतिभ्याम् | मतिभिः |
चतुर्थी | मत्यै,मतये | मतिभ्याम् | मतिभ्यः |
पञ्चमी | मतेः,मत्याः | मतिभ्याम् | मतिभ्यः |
षष्ठी | मतेः,मत्याः | मत्योः | मतीनाम् |
सप्तमी | मतौ,मत्याम् | मत्योः | मतिषु |
सम्बोधनम् | हे मते | हे मती | हे मतयः |
अनेन विधिना येषां शब्दानां रूपाणि भवन्ति, तेषु प्रमुखाः अत्र सन्ति।
इकारान्तनपुंसकलिङ्गे
[सम्पादयतु]वारिशब्दस्य रूपाणि | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमा | वारि | वारिणी | वारीणि |
द्वितीया | वारि | वारिणी | वारीणि |
तृतीया | वारिणा | वारिभ्याम् | वारिभिः |
चतुर्थी | वारिणे | वारिभ्याम् | वारिभ्यः |
पञ्चमी | वारिणः | वारिभ्याम् | वारिभ्यः |
षष्ठी | वारिणः | वारिणोः | वारीणाम् |
सप्तमी | वारिणि | वारिणोः | वारिषु |
सम्बोधनम् | हे वारि, हे वारे | हे वारिणी | हे वारीणि |
अनेन विधिना येषां शब्दानां रूपाणि भवन्ति, तेषु प्रमुखाः अत्र सन्ति।
उकारान्तपुल्लिङ्गे
[सम्पादयतु]भानुशब्दस्य रूपाणि | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमा | भानुः | भानू | भानवः |
द्वितीया | भानुम् | भानू | भानून् |
तृतीया | भानुना | भानुभ्याम् | भानुभिः |
चतुर्थी | भानवे | भानुभ्याम् | भानुभ्यः |
पञ्चमी | भानोः | भानुभ्याम् | भानुभ्यः |
षष्ठी | भानोः | भान्वोः | भानूनाम् |
सप्तमी | भानौ | भान्वोः | भानुषु |
सम्बोधनम् | हे भानो | हे भानू | हे भानवः |
अनेन विधिना येषां शब्दानां रूपाणि भवन्ति, तेषु प्रमुखाः अत्र सन्ति।
उकारान्तस्त्रीलिङ्गे
[सम्पादयतु]धेनुशब्दस्य रूपाणि | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमा | धेनुः | धेनू | धेनवः |
द्वितीया | धेनुम् | धेनू | धेनूः |
तृतीया | धेन्वा | धेनुभ्याम् | धेनुभिः |
चतुर्थी | धेन्वै, धेनवे | धेनुभ्याम् | धेनुभ्यः |
पञ्चमी | धेन्वाः, धेनोः | धेनुभ्याम् | धेनुभ्यः |
षष्ठी | धेन्वाः, धेनोः | धेन्वोः | धेनूनाम् |
सप्तमी | धेन्वाम्, धेनौ | धेन्वोः | धेनुषु |
सम्बोधनम् | हे धेनो | हे धेनू | हे धेनवः |
अनेन विधिना येषां शब्दानां रूपाणि भवन्ति, तेषु प्रमुखाः अत्र सन्ति।
उकारान्तनपुंसकलिङ्गे
[सम्पादयतु]मधुशब्दस्य रूपाणि | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमा | मधु | मधुनी | मधूनि |
द्वितीया | मधु | मधुनी | मधूनि |
तृतीया | मधुना | मधुभ्याम् | मधुभिः |
चतुर्थी | मधुने | मधुभ्याम् | मधुभ्यः |
पञ्चमी | मधुनः | मधुभ्याम् | मधुभ्यः |
षष्ठी | मधुनः | मधुनोः | मधूनाम् |
सप्तमी | मधुनि | मधुनोः | मधुषु |
सम्बोधनम् | हे मधो, हे मधु | हे मधुनी | हे मधूनि |
अनेन विधिना येषां शब्दानां रूपाणि भवन्ति, तेषु प्रमुखाः अत्र सन्ति।
वस्तु, अम्बु, जानु, तालु इत्यादयः।