विकिपीडिया, कश्चन स्वतन्त्रः विश्वकोशः
* अ- पुल्लिड्गस्वरः (रामवत्)(विष्णु)। [सम्पादयतु]
विभक्ति |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम्
|
प्रथमा |
अः |
अौ |
अाः
|
द्वितीया |
अम् |
अौ |
अान्
|
तृतीया |
एन |
-एेः
|
चतुर्थी |
अाय |
आभ्याम् |
एभ्यः
|
पञ्चमी |
आत्-द् |
आभ्याम् |
एभ्यः
|
षष्ठी |
अस्य |
अयोः |
आनाम्
|
सप्तमी |
ए |
अयोः |
एषु
|
सम्बो. |
हे अ |
हे अौ |
हे अाः
|
* अा- पुल्लिड्गस्वरः (हाहावत्) (ब्रह्मा)[सम्पादयतु]
विभक्ति |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम्
|
प्रथमा |
अा |
अौ |
अाः
|
द्वितीया |
अाम् |
अौ |
अान्
|
तृतीया |
आ |
-आभिः
|
चतुर्थी |
ऐ |
आभ्याम् |
आभ्यः
|
पञ्चमी |
आः |
आभ्याम् |
आभ्यः
|
षष्ठी |
आः |
आोः |
आम्
|
सप्तमी |
ए |
अोः |
आसुुु
|
सम्बो. |
हे अाः |
हे अौ |
हे अाः
|
* इ- पुल्लिड्गस्वरः (काम)[सम्पादयतु]
विभक्ति |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम्
|
प्रथमा |
इ |
ई |
अयः
|
द्वितीया |
इम् |
ई |
ईन्
|
तृतीया |
इना |
-इभिः
|
चतुर्थी |
अये |
इभ्याम् |
इभ्यः
|
पञ्चमी |
एः |
इभ्याम् |
इभ्यः
|
षष्ठी |
एः |
योः |
ईनाम्
|
सप्तमी |
औः |
योः |
ईषुः
|
सम्बो. |
हे ए |
हे ई |
हे अयः
* स्त्रीलिङ्गः क्षुध् शब्दः । [सम्पादयतु]
विभक्ति |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम्
|
प्रथमा |
क्षुत्-द् |
क्षुधौ |
क्षुधः
|
द्वितीया |
क्षुधम् |
क्षुधौ |
क्षुधः
|
तृतीया |
क्षुधा |
क्षुधाभ्याम |
क्षुदभिः
|
चतुर्थी |
क्षुधे |
क्षुधाभ्याम |
क्षुदभ्यः
|
पञ्चमी |
क्षुधः |
क्षुधाभ्याम |
क्षुदभ्यः
|
षष्ठी |
क्षुधः |
क्षुधोः |
क्षुधाम्
|
सप्तमी |
क्षुधि |
क्षुधोः |
क्षुत्सु
|
सम्बो. |
हे क्षुत्-द् |
हे क्षुधौ |
हे क्षुधः
|
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