सम्भाषणम्:संख्याशास्त्रम्
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- शीर्षकं युक्तिसम्मतम्
- युक्तवर्णे परे सति अनुनासिकस्य स्थाने अनुस्वारागमः व्याकरणसम्मतः । तस्मात् संख्याशास्त्रम् इति प्रयोगेण न कोऽपि दोषः । -Sayant Mahato (चर्चा) ०४:१६, १० मार्च २०१५ (UTC)
- शीर्षकं युक्तिसम्मतम्
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