कोलकाता उच्चन्यायालयः
| कोलकाता उच्चन्यायालयः | |
|---|---|
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कोलकाता-उच्चन्यायालयस्य भवनम् | |
| प्रतिष्ठा | १८६२ |
| देशः |
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| संरचनापद्धतिः | राष्ट्रपतिना संरच्यते (सर्वोच्चन्यायालयस्य मुख्यन्यायधीशेन सह तथा संश्लिष्टस्य राज्यस्य राज्यपालेन सह चर्चां कृत्वा) |
| अधिकारक्षेत्रम् | कोलकाता, पश्चिमबङ्गः, पोर्ट् ब्लेयर् |
| अनुमोदित | भारतस्य संविधानेन |
| विचारयाचना | भारतस्य सर्वोच्चन्यायालयस्य |
| विचारकास्य कार्यकालः | ६२ आयुपर्यन्तम् |
| विचारकसंख्या | ३२ |
| जालस्थानम् | calcuttahighcourt.nic.in |
| मुख्यन्यायधीशः | |
| वर्तमान | विचारपतिः अरुण् मिश्र |
| कार्यरतः | २०१२ |
| पदसमाप्तिः | २०१४ |

कोलकाता-उच्चन्यायालयः(वङ्ग: কলকাতা উচ্চ আদালত, आङ्ग्ल: Calcutta High Court) भारतस्य प्राचीनतम उच्चन्यायालयः । १८६१ तमे सम्बत्सरे निर्मित उच्चन्यायालयः इति अध्यादेशनुगुणं(High Courts Act, १८६१) कोलकाता उच्चन्यायालयस्य संरचना अभूत् । अयं न्यायालयः १८६२ वर्षस्य जुलै मासस्य प्रथमे दिनाङ्के कार्यारम्भम् अकरोत् । प्रारम्भिकदिनेषु अस्य नाम आसीत् है कोर्ट् अफ़् जुडिकेचर् एट् फोर्ट् विलियम्(High Court of Judicature at Fort William)। वर्तमानकाले समग्रपश्चिमवङ्गः तथा अण्डमाननिकोबारद्वीपसमूहः (भारतस्य केन्द्रशासितराज्यम्) कोलकाता उच्चन्यायालस्य अधिकारक्षेत्रे अन्तर्भवति । अण्डमानराज्यस्य राजधान्यां पोर्ट् ब्लेयर्नगर्य्यामपि कोलकाता उच्चन्यान्यालस्य विशेषकार्यालयः अस्ति ।
भवनेतिहासः
[सम्पादयतु]उच्चन्यायालयस्य भवननिर्माणस्य सुदीर्घः इतिहासः अस्ति । भवनमिदं बेल्जियम् इति देशस्य ('इप्रेश्'प्रदेशः) क्लथ् हाल् भवनस्यानुकरणे निर्मितम् । अत्रोल्लेख्यः विषयः यत् प्रथमविश्वयुद्धानन्तरं 'क्लथ् हाल्' भवनं क्षतिग्रस्थमासीत् । अतः भवनस्य पुनर्निर्माणनिमित्तं बेल्जियम् देशस्य 'इप्रेश्'नगरस्य नगरपालकः कोलकातातः उच्चन्यायालयस्य भवनस्य निर्माणविधिम् अयाचत्[१]।
पूर्वतनानां न्यायाधीशानाम् आवली
[सम्पादयतु]| मुख्यन्यायाधीशः | कार्यकालः |
|---|---|
| बार्नेस् पीकक् | १८६२–१८७० |
| रीचार्ड् कौच् | १८७०–१८७५ |
| रीचार्ड् गार्थ् | १८७५–१८८६ |
| विलियम् कमेर् पीथेरम् | १८८६–१८९६ |
| फ्रान्सिस् मेक्लीन् | १८९६–१९०९ |
| लरेन्स् ह्युज् जेन्किन्स् | १९०९–१९१५ |
| लेन्सेलट् सेन्डार्सन् | १९१५–१९२६ |
| जार्ज् क्लास् रेन्किन् | १९२६–१९३४ |
| हेरल्ड् दर्बीशीरे | १९३४–१९४६ |
| अर्थर् ट्रेवर् हेरिस् | १९४६–१९५२ |
| फनीभूषण चक्रवर्ती (कोलकाता-उच्चन्यायालयस्य प्रथमः भारतीयन्यायाधीशः) | १९५२–१९५८ |
| कुलद चरण दासगुप्त | १९५८–१९५९ |
| सुरजीत् चन्द्र लाहिरि | १९५९–१९६१ |
| हीमांशु कुमार् बसु | १९६१–१९६६ |
| दीपनारायण सिन्हा | १९६६–१९७० |
| प्रशान्त बिहारी मुखार्जी | १९७०–१९७२ |
| शङ्कर प्रसाद मित्र | १९७२–१९७९ |
| अमरेन्द्रनाथ सेन | १९७९–१९८१ |
| शम्भु चन्द्र घोष | १९८१–१९८३ |
| समरेन्द्र चन्द्र देव | १९८३, जनवरी–१९८३, फेब्रुवरी |
| सतीशचन्द्र | १९८३–१९८६ |
| अनील कुमार सेन | १९८६, सेप्टेम्बर्–१९८६, अक्टोबर् |
| चित्ततोष मुखार्जी | १९८६, नवेम्बर् प्रथमदिनाङ्कः– १९८७ नवेम्बर् प्रथमदिनाङ्कः |
| देवी सिं तेवाटिया | १९८७ नवेम्बर् प्रथमदिनाङ्कः–१९८८ |
| प्राबोध दिनकर देसाई | १९८८–१९९१ |
| नगेन्द्र प्रसाद सिं | ४ फेब्रुवरी ,१९९२–१४ जून्, १९९२ |
| आनन्दमय भट्टाचार्य | १९९२–१९९४ |
| कृष्णचन्द्र अगरवाल | १९९४–१९९६ |
| विश्वेश्वरनाथ खारे | २ फेब्रुवरी, १९९६–२० मार्च्, १९९७ |
| प्रभा शङ्कर मिश्रा | १९९७–१९९८ |
| अशोक कुमार माथुर | २२ डिसेम्बर्, १९९९–६ जून् २००४ |
| वि. एस्. सिर्पुरकर | २० मार्च् २००५–११ जनवरी, २००७ |
| सुरीन्दर् सिं निज्जर | ८ मार्च् २००७– १६ नवेम्बर् २००९ |
| मोहित शान्तिलाल शाह | २००९–२०१० |
| जयनारायण पटेल | २०१०–२०१२ |
| अरुण मिश्र | २०१२–वर्तमाने कार्यरतः |
टिप्पणी
[सम्पादयतु]- ↑ रथीन् मित्र (१९९१). कोलकाता: एकाल ओ सेकाल. कोलकाता: आनन्द पाब्लिशार्स् ,. pp. ४१.
तथ्यसूत्राणि
[सम्पादयतु]बाह्यसम्पर्काः
[सम्पादयतु]| विकिमीडियाकोषे कोलकाता-उच्चन्यायालयः अनेन सम्बद्धमाध्यमाः सन्ति। |
- Calcutta High Court official website Archived २००७-०३-०६ at the Wayback Machine