नृत्ये नवशास्त्रीयता
Name: Siya PrajodReg number: 2331211Class: 4BAPC"नर्तक का जीवन संघर्त: कला के पीछेकी कडी मेहनर् और कठिनाइयााँ"नृत्य के पीछेकी अनदेखी संघर्ष: स्पॉटलाइट सेपरेनृत्य अक्सर एक आकर्षक और प्रयास रहित पेशा माना जाता िै। स ंदर और संत हलतआंदोलन, चमकतेहुए पररधान, और ताहलयोंकी गड़गड़ािट एक ऐसेजीवन का आभासकराती िैजो हिना पररश्रम और रोमांचक िोता िै। यि दृहिकोण नतषहकयोंके जीवन कोग्लैमर सेभरपूर और आसान समझनेकी एक सामान्य धारणा िै। लेहकन वास्तव में, नृत्यएक ऐसा पेशा िैजो शारीररक, मानहसक और आहथषक रूप सेअत्यहधक च नौतीपूणषिोतािै। पदेके पीछेजो संघर्षहछपेिोतेिैं, वेअक्सर दशषकोंकी नजरोंसेिािर रितेिैं। येसंघर्षनतषहकयोंकी शारीररक और मानहसक स्थथहत की परीक्षा लेतेिैं, और कई िार तोयि उनका जीवन िदल सकतेिैं।शारीररक चुनौठर्यााँनृत्य एक शारीररक रूप सेअत्यहधक च नौतीपूणषपेशा िैहजसमेंअसाधारण शस्ि, लचीलापन और सिनशस्ि की आवश्यकता िोती िै। नतषहकयोंको अपनी तकनीक कोलगातार स धारनेके हलए कड़ी मेिनत करनी िोती िै। वेघंटों-घंटोंतक अभ्यास करतेिैं, नृत्य की नई शैहलयोंको सीखनेऔर कोररयोग्राफी पर काम करनेमेंसमय हितातेिैं।प्रत्येक प्रदशषन सेपिलेउनका शारीररक और मानहसक रूप सेतैयार िोना अहनवायषिोता िै। यि शारीररक थकान, चोटोंऔर प रानेददषका कारण िन सकता िै।नतषहकयोंको अक्सर चोटोंका सामना करना पड़ता िै। टेंहिनाइहटस (पेट की मांसपेहशयोंमेंसूजन), तनाव फ्रै क्चर (िड्डी मेंदरार), मांसपेहशयोंमेंस्खंचाव और जोड़ के ददषजैसेआघात आम िोतेिैं। इन चोटोंके कारण न के वल प्रदशषन मेंरुकावट आती िै, िस्िररकवरी के हलए भी लंिा समय लगता िै। कभी-कभी, यि चोटेंजीवनभर के हलए ददषऔरसीमाओंका कारण िन सकती िैं। इसके अलावा, शरीर केआदशषआकार को िनाएरखनेका दिाव भी नतषहकयोंपर भारी पड़ता िै। यि दिाव कभी-कभी शरीर की हवकृ हतऔर आिार संिंधी हवकारोंजैसेहक ऐनोरेस्क्सया (खानेकी आदतेंप्रभाहवत िोना) औरि हलहमया (खानेके िाद उल्टी करना) का कारण िन सकता िै।मानठसक स्वास्थ्यपर प्रभावनृत्य के पेशेमेंमानहसक स्वास्थ्यकी अनदेखी करना न के वल नतषहकयोंकेहलए िस्िउनके जीवन की ग णवत्ता के हलए भी गंभीर िो सकता िै। नृत्य के दौरान लगातार प्रदशषनका दिाव, असफलता का िर, और आलोचना का सामना करना पड़ता िै। यि मानहसकस्वास्थ्यपर ि रा असर िालता िैऔर कई नतषहकयांतनाव, हचंता और अवसाद जैसीसमस्याओंसेजूझती िैं।नृत्य की द हनया मेंप्रहतस्पधाषिहुत अहधक िोती िै, और िर प्रदशषन के िाद िेितर प्रदशषनकी उम्मीदेंिोती िैं। यि दिाव न के वल नतषहकयोंको मानहसक रूप सेप्रभाहवत करता िैिस्ि उनके आत्म-सम्मान को भी चोट पहुुँचाता िै। जि नतषहकयां हकसी हवशेर् मानक याअपेक्षाओंपर खरा निींउतर पातीं, तो उनका आत्महवश्वास और आत्ममूल्यता प्रभाहवतिोती िै। समाज मेंिारीकी सेहनगरानी, अवास्तहवक सौंदयषमानकोंऔर दू सरोंसेत लनाकरनेका दिाव आत्म-सम्मान को कमजोर कर सकता िै। यि मानहसक स्वास्थ्य कीसमस्याओंका कारण िन सकता िै, जैसेहक तनाव, हचंता और अवसाद, जो कई िार नृत्यके कररयर को प्रभाहवत करनेके हलए पयाषप्त िोतेिैं।आठथतक संघर्तनृत्य एक अत्यहधक प्रहतस्पधी पेशा िै, हजसमेंआहथषक स्थथरता अक्सर एक हवलाहसता िनजाती िै। आहथषक रूप सेसशि िोनेकेहलए नतषहकयोंको न के वल शारीररक मेिनतकरनी िोती िै, िस्ि उन्हेंलगातार कड़ी मेिनत करनेऔर अभ्यास करनेके िावजूदआय के साधनोंको लेकर संघर्षकरना पड़ता िै। प्रहशक्षण, अभ्यास और प्रदशषनोंकीलागत इतनी अहधक िो सकती िैहक कई नतषहकयोंको अपनी ि हनयादी जरूरतोंको पूराकरनेकेहलए कड़ी मेिनत करनी पड़ती िै।नृत्य के पेशेमेंआमतौर पर आय अहनयहमत िोती िै, और कई िार नतषहकयोंको अपनीजरूरतोंको पूरा करनेकेहलए अहतररि काम करनेपड़तेिैं। नौकरी की स रक्षा कीकमी और प्रदशषन आधाररत आय की असमथषता के कारण नतषहकयोंको आहथषकअस्थथरता का सामना करना पड़ता िै। यि जीवन मेंहनरं तर अहनहितता और तनाव काकारण िन सकता िै। इसके अहतररि, हकसी नृत्यकार का काम हकसी हनहित समय औरथथान तक सीहमत िो सकता िै, हजसके कारण उन्हेंहकसी स्थथर और दीघषकाहलककररयर का अवसर निींहमलता। आहथषक अस रक्षा और कहिनाइयोंका सामना करनेकेकारण नतषहकयां अपनेहशल्प मेंउतना ध्यान निींदेपातींहजतना वेचािती िैं।मान्यर्ा और पहचान के ठलए संघर्त