लिट् लकारः
(लिट् इत्यस्मात् पुनर्निर्दिष्टम्)
लिट्लकारः - लकारेषु लिट् लकारः परोक्षभूतकालं बोधयति ।
लिट् लकारः(परस्मैपदम्) | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | पपाठ | पेठतुः | पेठुः |
मध्यमपुरुषः | पेठिथ | पेठथुः | पेठ |
उत्तमपुरुषः | पपाठ | पेठिव | पेठिम |
लिट् लकारः(परस्मैपदम्) | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अ | अतुः | उः |
मध्यमपुरुषः | इथ | अथुः | अ |
उत्तमपुरुषः | अ | इव | इम |
लिट् लकारः(आत्मनेपदम्) | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | बभाषे | बभाषते | बभाषिरे |
मध्यमपुरुषः | बभाषषे | बभाषाथे | बभाषिध्वे |
उत्तमपुरुषः | बभाषे | बभाषिवहे | बभाषिमहे |
लट् लकारः(आत्मनेपदम्) | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
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प्रथमपुरुषः | ए | आते | इरे |
मध्यमपुरुषः | इषे | आथे | इध्वे |
उत्तमपुरुषः | ए | इवहे | इमहे |
लिट् परोक्षभूतकालः[सम्पादयतु]
- एक वचनम् द्वि वचनम् बहु वचनम्
- प्रथम पुरु़षः ए आते इरे
- म़ध्यम पुरुषः से आथे ध्वे
- उत्तम पुरु़षः ए वहे महे
- व्याकरणम्
- संस्क्रतशब्दचन्द्रिका Vidvan S.Ranganatha Sharma, Sri Surasaraswathi Sabha, Bangalore, India,1994.
- अनुवादप्रदीपः Sri Surasaraswathi Sabha, Bangalore, India,1997.
- REDIRECT लिट्
धातूनां तिङन्तरूपाणि प्राप्तुम् अनुबन्धमेतत् उपयुज्यताम् - http://www.sanskrit.jnu.ac.in/tinanta/tinanta.jsp Archived २०११-०९-०५ at the Wayback Machine
टिप्पणी[सम्पादयतु]
- संस्कृतशब्दचन्द्रिका Vidvan S.Ranganatha Sharma, Sri Surasaraswathi Sabha, Bangalore, India,1994.
- अनुवादप्रदीपः Sri Surasaraswathi Sabha, Bangalore, India,1997.