५२ शक्तिपीठानि
शक्तिः नाम शिवतत्त्वेन सह अविभाज्यरूपेण संयुक्ता क्रियाचैतन्यस्वरूपा। सृष्टि-स्थिति-लयादिप्रक्रियाणाम् अधिष्ठात्री। दुर्गा, पार्वती, गौरी, काली, श्रीललिता, दाक्षायणी इत्यादिरूपेण आदिपराशाक्त्याः वर्णनं कृतं दृश्यते । भारतीयसनातनधर्मस्य आराधनपरम्परायां शैव-वैष्णव-गाणपत्यपन्थाः इव शाक्तपन्थः अपि महत्त्वम् आवहति।
पौराणिककथा
[सम्पादयतु]दक्षप्रजापतेः पुत्री सती । तस्याः अपरं नाम दाक्षायिणी। पितुः इच्छया विरुद्धं सा शिवेन सह विवाहं कृतवती । पुत्र्याः विष्ये क्रुद्धः दक्षः तया सह सम्बन्धं न रक्षितवान् । एकदा तेन कस्यचित् यज्ञस्य आयोजनं कृतमासीत् । सहजतया शिवाय निमन्त्रणं न प्रेषितवान् । सतीदेवी पितुः गृहस्य कार्यक्रमे भागं वोढुम् इष्टवती । "निमन्त्रणं विना गमनं न उचितम्" इति शिवः अनुरोधं कृतवान् । तथापि सती पितुः गृहं गतवती। तत्र दक्षः पुत्र्याः अवमाननं कृतवान् । अवमानेन सन्तप्ता सती यज्ञकुण्डे कूर्दनेन आत्मार्पणं कृतवती ।विषयं ज्ञात्वा शिवः दक्षस्य शिरः कर्तयित्वा यज्ञकुण्डे क्षिप्तवान् । पत्न्याः शरीरम् उन्नीय ताण्डवनृत्यम् आरब्धवान् । लोके अल्लोलकल्लोलः आरब्धः । यावत् सत्याः शरीरं तिष्ठति तावत् शिवस्य क्रोधशमनं न भवति इति धिया विष्णुः सुदर्शनचक्रेण तस्या शरीरं खण्डशः कर्तयति । तदा सत्याः शरीरस्य ५२ भागाः अभवन् । ते भागाः यत्र यत्र पतिताः सः प्रदेशः शक्तिपीठम् इति उच्च्यते । तत्र सर्वत्र शक्त्याराधना प्रचलति।
}क्रमसङ्ख्या | देव्याः नाम | कः भागः पतितः | स्थानम् | राज्यम् | देशः |
---|---|---|---|---|---|
१ | बहुलादेवी (बहुलाक्षेत्रम्) | वामबाहुः | बहुलाक्षेत्रम्(बर्दवान्) | पश्चिमबङ्गाल | भारतम् |
२ | मङ्गलचण्डिका (उजानि) | दक्षिणमणिबन्धः | उजानि(बर्दवान्) | पश्चिमबङ्गाल | भारतम् |
३ | भ्रामरीदेवी (त्रिस्रोट) | वामपादः | त्रिस्रोट(जल्पाय्गुडी) | पश्चिमबङ्गाल | भारतम् |
४ | युगाद्या/योगाद्यादेवी (क्षीरग्रामः) | दक्षिणपादाङ्गुष्ठः | खीरग्राम/क्षीरग्रामः(बर्दवान्) | पश्चिमबङ्गाल | भारतम् |
५ | कालिकादेवी (कोलकता) | दक्षिणपादस्य अङ्गुल्यः | कोलकता | पश्चिमबङ्गाल | भारतम् |
६ | विमलादेवी (किरीटकोनम्) | किरीटम् | किरीटकोनम्(मुर्षिदाबाद्) | पश्चिमबङ्गाल | भारतम् |
७ | देवगर्भादेवी (कङ्कालिताल्) | अस्थि | कङ्कालिताल्(बीरभूम) | पश्चिमबङ्गाल | भारतम् |
८ | कपालिनीदेवी (विभाश) | वाममीनखण्डः | विभाश(पूर्वमेदिनीपुर/मिड्नापुर | पश्चिमबङ्गाल | भारतम् |
९ | कुमारीदेवी ( रत्नावळी) | दक्षिणभुजः | रत्नावळी(हूग्ली) | पश्चिमबङ्गाल | भारतम् |
१० | कालिका (नल्हाति) | पादास्थीनि | नल्हाति(बीरभूम) | पश्चिमबङ्गाल | भारतम् |
११ | महिषमर्दिनी (बक्रेश्वरम्) | भ्रूमध्यभागः | बक्रेश्वर(बदहाम्) | पश्चिमबङ्गाल | भारतम् |
१२ | फुल्लारदेवी (अट्टहास) | ओष्ठौ | अट्टहास(बर्दवान्पुर) | पश्चिमबङ्गाल | भारतम् |
१३ | नन्दिकेश्वरी (नन्दीपुरम्) | --- | नन्दीपुर(बीरभूम) | पश्चिमबङ्गाल | भारतम् |
१४ | ललितादेवी (प्रयागः) | दक्षिणहस्तस्य अङ्गुल्यः | प्रयागः | उत्तरप्रदेशः | भारतम् |
१५ | विशालाक्षी/मणिकर्णिका (वाराणसी) | कर्णाभरणानि | वाराणसी | उत्तरप्रदेशः | भारतम् |
१६ | शिवानी (रामगिरिः) | उरसः दक्षिणभागः | रामगिरिः(चित्रकूटम् ) | उत्तरप्रदेशः | भारतम् |
१७ | उमादेवी (वृन्दावनम्) | अलका | वृन्दावनम्(मथुरा) | उत्तरप्रदेशः | भारतम् |
१८ | नर्मदादेवी (अमरकण्टकम्) | नितम्बम् | अमरकण्टकम्टकम् -शहडोल | मध्यप्रदेशः | भारतम् |
१९ | काळी (शोणदेशः) | --- | शोणदेशः | मध्यप्रदेशः | भारतम् |
२० | अवन्तीदेवी (भैरवपर्वतः) | ओष्ठस्य उपरितनः भागः | उज्जायिनी | मध्यप्रदेशः | भारतम् |
२१ | कामाक्षी (काञ्चीपुरम्) | मेखला | कञ्ची | तमिळ्नाडु | भारतम् |
२२ | कन्याकुमारी (कन्याश्रमः) | पृष्ठम् | कन्याश्रमः(कन्याकुमारी) | तमिळ्नाडु | भारतम् |
२३ | नारायणी (शुचीन्द्रम्) | दंष्ट्रा | शुचीन्द्रम् | तमिळ्नाडु | भारतम् |
२४ | श्रीसुन्दरी (श्रीशैलम्) | दक्षिणपादस्य आभरणम् | श्रीशैलम् | आन्ध्रप्रदेशः | भारतम् |
२५ | विश्वेश्वरी/माणिक्याम्बा (राजमण्ड्री) | कपोले | राजमण्ड्री | आन्ध्रप्रदेशः | भारतम् |
२६ | अम्बाजी (अरसुरि) | हृदयम् | अरसुरी | गुजरात् | भारतम् |
२७ | चन्द्रभागा (सोमनाथः) | उदरम् | सोमनाथ(जुनागढ्) | गुजरात् | भारतम् |
२८ | गायत्री (पुष्करम्) | कण्ठाभरणम् | पुष्करम् | राजास्थानम् | भारतम् |
२९ | अम्बिका (विराटनगरम्) | वामपादस्य अङ्गुल्यः | विराटनगरम् | राजास्थानम् | भारतम् |
३० | महामाया (अमरनाथः) | कण्ठः | अमरनाथः | जम्मु तथा काश्मीरम् | भारतम् |
३१ | ज्वालामुखी (पठाणकोट्) | जिह्वा | पठाणकोट् | हिमाचलप्रदेशः | भारतम् |
३२ | विरजादेवी (जाजपुरम्) | नाभिः | पुरी | ओडिश्शा | भारतम् |
३३ | त्रिपुरसुन्दरी (त्रिपुरा) | दक्षिणपादः | राधाकिशोरपुर(उदयपुर) | त्रिपुरा | भारतम् |
३४ | कामाख्या (गुवाहटी) | योनिः | गुवाहटी | अस्साम् | भारतम् |
३५ | सावित्री (कुरुक्षेत्रम्) | मीनखण्डः | कुरुक्षेत्रम् | हरियाणा | भारतम् |
३६ | भ्रामरीदेवी (नासिक्) | कपोले | नासिक् | महाराष्ट्रम् | भारतम् |
३७ | दन्तेश्वरी (दन्तेवाडा) | दन्ताः | दन्तेवाडा | छत्तिसगढ | भारतम् |
३८ | सुनन्दादेवी (शिकारपुर) | नासिका | शिकारपुर | बारिसोल् | बाङ्ग्लादेशः |
३९ | महालक्ष्मीः (सिल्हट्) | कण्ठभागः | सिल्हट् | सिल्हट् | बाङ्ग्लादेशः |
४० | भवानीदेवी (सीताकुण्डम्) | दक्षिणबाहुः | सीताकुण्डम् | चित्तगाङ्ग | बाङ्ग्लादेशः |
४१ | अपर्णादेवी (भवानीपुरम्) | वामपादस्य नूपुरम् | भवानीपुरम् | बोग्रा | बाङ्ग्लादेशः |
४२ | जेस्सोरेश्वरी/यशोरेश्वरी (ईश्वरीपुरम्) | हस्तपादौ | ईश्वरीपुरम् | सात् खीर् | बाङ्ग्लादेशः |
४३ | काळीजयन्तीमाता (भोरबाग्) | --- | भोरबाग् | सिल्हट् | बाङ्ग्लादेशः |
४४ | महाशिरा ( पशुपतिनाथक्षेत्रम् ) | जानुनी | पशुपतिनाथक्षेत्रम् | पशुपतिनाथक्षेत्रम् | नेपालदेशः |
४५ | गण्डकीचण्डी (पोखारा) | ललाटम् | पोखारा | मुक्तिनाथ | नेपालदेशः |
४६ | उमादेवी ( मिथिला ) | वामभुजः | मिथिला | जनकपुरम् | नेपालदेशः |
४७ | नैनादेवी | ३नेत्राणि | सुक्कूर् | कराची | पाकिस्तानम् |
४८ | शाकम्भरी | शीश | सहारनपुर | सहारनपुर | भारतम् |
४९ | दाक्षायणीदेवी | दक्षिणहस्तः | मानससरोवरम् | मानससरोवरम् | टिबेट् |
५० | नागपूषणीदेवी | पादः | जाफ्ना | जाफ्ना | श्रीलङ्का |
५१ | वाराहीदेवी | अधोभागस्य दंष्ट्रा | पञ्चसागर | उत्तराञ्चलम् | भारतम् |
५२ | जयदुर्गादेवी | कर्णौ | कर्णाट्(काङ्ग्रा) | हिमाचलप्रदेशः | भारतम् |
हिङ्गोलादेवी | मस्तिष्कम् | कराची | कराची | पाकिस्तानम् |
शाक्तमतम् | ||
---|---|---|
देव्यः | ||
मातृकाः | ||
महाविद्याः | ||
शक्तिपीठानि | ||